जब तुम दूर चले जाओगे
तुम फिर दूर चले जाओगे
कैसे कहें कितना हमे तड़पाओगे
बातों बातों में तेरी बात आएगी
दिल की बात तुमसे न कह पायेंगे
हवा भी छु कर तुझे मेरे पास न आयेगी
हर सुबह तेरी याद हमे तडपायेगी
रात चमकेंगे सितारे और इच्छाएं भी मचलेंगी
बारिश की बूँदें भी तपिश न बुझा पाएंगी
ये हर ओर किसी अपने को ढूंढेगी
बन कर आंसू आँखों में यादें मचलेंगी
दिल को रौंद कर जो भीड में खो जाओगे
जाने कैसे फिर तुम भी सो पाओगे ...
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